ये कहानी मेरी आप बीती है जिसे मैं आज तक भूल नहीं पायी हूँ। लोगों के अलग अलग मत हैं की भूत होते हैं ... ये कहानी मेरी आप बीती है जिसे मैं आज तक भूल नहीं पायी हूँ। लोगों के अलग अलग मत ...
एक बार एक सेठ था । सेठ बूढ़ा हो चला था । एक दिन उसने अपनी सेठानी से कहा- अब हमारी जिन्दगी न जाने कि... एक बार एक सेठ था । सेठ बूढ़ा हो चला था । एक दिन उसने अपनी सेठानी से कहा- अब हमा...
नेत्रदान के जरिये हम लोगों के दिलों में मरने के बाद भी जिन्दा रह सकते हैं। नेत्रदान के जरिये हम लोगों के दिलों में मरने के बाद भी जिन्दा रह सकते हैं।
जिससे संवाद करनी चाहिए थी, उनसे कोई भी संवाद नहीं कर रहा था॥ जिससे संवाद करनी चाहिए थी, उनसे कोई भी संवाद नहीं कर रहा था॥
हाँ हाँ हाँ आप भी ना बस ... ऐसे ही कुछ भी बोलते रहते हैं। हाँ हाँ हाँ आप भी ना बस ... ऐसे ही कुछ भी बोलते रहते हैं।
(रूसी लोककथा) अनुवाद: आ। चारुमति रामदास (रूसी लोककथा) अनुवाद: आ। चारुमति रामदास